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All Books and Media Articles by Zubin Rashid
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आप ‘लाइट्स’ और ‘कैमरा’ पर ही तो नहीं रुक गए हैं?
जब नदी में पानी की एक बूंद गिरती है तो वह ऐसी तरंगों की रचना करती है, जो सभी दिशाओं में दूर-दूर तक फैल जाती हैं। जब बारिश गिरती है तो लाखों बूंदें, लाखों तरंगें पैदा करती हैं। आपके दिमाग में पैदा होने वाले विचारों का भी आप पर यही प्रभाव पड़ता है। खुशी से भरा दिल पाने के लिए इतना ही काफी है कि अापने में अच्छे विचार पैदा करने और ज़िंदगी को सकारात्मक दृष्टि से देखने की काबिलियत हो। रचनात्मक और उम्मीद से भरा दृष्टिकोण होना बहुत जरूरी है।
इसी पल में छिपा है आपके शानदार भविष्य का राज
सफल और खुश लोग अपनी जिंदगी और अपने अनुभवों को भिन्न दृष्टिकोण से देखते हैं। जब वे किसी अंधेरी सुरंग में चले जाते हैं और कुछ दूर जाकर उन्हें अहसास होता है कि उन्हें कोई रोशनी नज़र नहीं आ रही है तो उनके सामने दो विकल्प होते हैं- एक तो बैठ जाएं और शिकायत करने लगें अथवा आगे की ओर बढ़ते जाएं। वे दूसरा विकल्प चुनते हैं।
योजना बनाते रहने से घटती है जोखिम लेने की क्षमता
कोई बिज़नेस या काम करने का फैसला लेने और योजना बनाने के बाद अक्सर ऐसा लगता है कि अभी वक्त नहीं आया है, थोड़ा और पैसा इकट्ठा हो जाए, स्थिति थोड़ी और अनकूल हो जाए। ऐसी सोच व्यक्ति को कोई कदम उठाने से रोकती है। सिर्फ प्लानिंग करते रहने से व्यक्ति की जोखिम लेने की क्षमता कम होती जाती है।